Mein to Miladi hun Lyrics || Hafiz Tahir Qadry || Roman(ENG) & हिंदी (HINDI)
Roman(ENG):
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Ghar Ghar gali mein gunji hai Sadaa e Marhaba
Aur Balb Kumkumon se sajaaya hai Mohalla
Janda utha ke har koi kehta hai Marhaba
Milaad ke hein mele saje, Aashiq sabhi khush ho gaye
Bacche Bade Ye kehne lage
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Mausam ho jaisa sardi ho garmi , Mein to manaaun Jashne Wilaadat
Safro Hajar mein gaadi mein bas mein , Hun rail mein ya paidal chalun Mein
Ishke Nabi ka Janda Uthaae , Zikre Muhammad karta rahun Mein
Galiyon Mahollon mein Khushiyaan hi Khushiyaan , Jalse Juluson mein Anwaar barse
Aamad ki Naatein ghar ghar mein gunji, Aae Muhammd Sarkaar aae
Milaad reli mehdood karna Chaho to fir bhi kar nahin sakte
Ham reliyon ki karna hifazat ,Khud jaante hein tal nahin sakte
Ham se ye kaampe Kaisaro Kisra, Daudaae Ham ne Dariya mein Gode
Aye Kaafiron Tum takkar naa lena, Ham saari Duniya mein faile hue hein
Wo Din bhi Aae Allah ke ghar mein, Ham bhi Ujagar mehfil sajaayein
Jaa e Wiladat se mash-al uthaa kar, Aamad ki Makke mein dhoomein machaayein
Hathiyaar Jinke haathon mein honge, Unko Muhabbat ka paygam dunga
Mein Inkilabi Jazbe se Yaaron, Naatein Nabi ki padta rahunga
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
घर घर गली में गुंजी है सदा-इ-मरहबा
और बल्ब कुमकुमों से सजाया है महोल्ला
जांदा उठा के हर कोई कहता है मरहबा
मिलाद के हैं मेले सजे, आशिक़ सभी खुश हो गए
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
जश्ने नबी की रौनक पे यारों, मरते हैं सुन्नी मरते रहेंगे
अपने नबी की अज़मत का चर्चा, करते हैं सुन्नी करते रहेंगे
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
मौसम हो जैसा सर्दी हो गर्मी, में तो मनाऊँ जश्ने विलादत
शहरों में गुमुं गाँव में जाऊं, में तो मनाऊँ जश्ने विलादत
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
सफ़रों हजर में गाड़ी में बस में, हूँ रेल में या पैदल चलूँ में
इश्के नबी का जंडा उठाए , ज़िक्रे मुहम्मद करता रहूं में
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
गलियों महोल्लों में खुशियां ही खुशियां, जैसे जुलूसों में अनवार बरसे
आमद की नाते घर घर में गूंजीं, आये मुहम्मद सरकार आये
आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए
आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए
मिलाद रैली को महदूद करना , चाहो तो फिर भी कर नहीं सकते
हम रैलियों की करना हिफाज़त, खुद जानते हैं टल नहीं सकते
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
हम से ये काम्पे कैसरो किसरा, दौड़ाए हमने दरिया में घोड़े
आय काफिरों तुम टक्कर न लेना, हम साडी दुनिया में फैले हुए हैं
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
वो दिन भी आये अल्लाह के घर में, हम भी उजागर महफ़िल सजाएं
जा-इ-विलादत से मशअल उठा कर, आमद की मक्के में धूमें मचाएं
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
हथियार जिनके हाथों में होंगे, उनको महोब्बत का पैगाम दूंगा
में इन्किलाबी जज़्बे से यारों, नातें नबी की पड़ता रहूँगा
मुझे नाते मुस्तफा से इन्क़िलाब लाना है
मुझे नाते मुस्तफा से इन्क़िलाब लाना है
Ghar Ghar gali mein gunji hai Sadaa e Marhaba
Aur Balb Kumkumon se sajaaya hai Mohalla
Janda utha ke har koi kehta hai Marhaba
Milaad ke hein mele saje, Aashiq sabhi khush ho gaye
Bacche Bade Ye kehne lage
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Jashne Wilaadat ki ronak pe Yaaron , Marte hein Sunni marte rahenge
Jashne Wilaadat ki ronak pe Yaaron , Marte hein Sunni marte rahenge
Apne Nabi ki Azmat ka charcha , Karte hein Sunni karte rahenge
Bacche Bade Ye kehne lage
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Mausam ho jaisa sardi ho garmi , Mein to manaaun Jashne Wilaadat
Shehron mein gumun Gaon mein jaaun,Mein to manaaun Jashne Wiladat
Bacche Bade Ye kehne lage
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Ishke Nabi ka Janda Uthaae , Zikre Muhammad karta rahun Mein
Bacche Bade Ye kehne lage
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Galiyon Mahollon mein Khushiyaan hi Khushiyaan , Jalse Juluson mein Anwaar barse
Aamad ki Naatein ghar ghar mein gunji, Aae Muhammd Sarkaar aae
Aae Sarkaar Aae Mere Dildaar aae
Aae Sarkaar Aae Mere Dildaar aae
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Milaad reli mehdood karna Chaho to fir bhi kar nahin sakte
Ham reliyon ki karna hifazat ,Khud jaante hein tal nahin sakte
Bacche Bade Ye kehne lage
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Ham se ye kaampe Kaisaro Kisra, Daudaae Ham ne Dariya mein Gode
Aye Kaafiron Tum takkar naa lena, Ham saari Duniya mein faile hue hein
Bacche Bade Ye kehne lage
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Wo Din bhi Aae Allah ke ghar mein, Ham bhi Ujagar mehfil sajaayein
Jaa e Wiladat se mash-al uthaa kar, Aamad ki Makke mein dhoomein machaayein
Bacche Bade Ye kehne lage
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Mein to Miladi hun Mein to Miladi hun
Hathiyaar Jinke haathon mein honge, Unko Muhabbat ka paygam dunga
Mein Inkilabi Jazbe se Yaaron, Naatein Nabi ki padta rahunga
Muje Naate Mustafa se Inqelaab laana hai
Muje Naate Mustafa se Inqelaab laana hai
हिंदी (HINDI):
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
घर घर गली में गुंजी है सदा-इ-मरहबा
और बल्ब कुमकुमों से सजाया है महोल्ला
जांदा उठा के हर कोई कहता है मरहबा
मिलाद के हैं मेले सजे, आशिक़ सभी खुश हो गए
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
जश्ने नबी की रौनक पे यारों, मरते हैं सुन्नी मरते रहेंगे
अपने नबी की अज़मत का चर्चा, करते हैं सुन्नी करते रहेंगे
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
मौसम हो जैसा सर्दी हो गर्मी, में तो मनाऊँ जश्ने विलादत
शहरों में गुमुं गाँव में जाऊं, में तो मनाऊँ जश्ने विलादत
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
सफ़रों हजर में गाड़ी में बस में, हूँ रेल में या पैदल चलूँ में
इश्के नबी का जंडा उठाए , ज़िक्रे मुहम्मद करता रहूं में
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
गलियों महोल्लों में खुशियां ही खुशियां, जैसे जुलूसों में अनवार बरसे
आमद की नाते घर घर में गूंजीं, आये मुहम्मद सरकार आये
आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए
आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए
मिलाद रैली को महदूद करना , चाहो तो फिर भी कर नहीं सकते
हम रैलियों की करना हिफाज़त, खुद जानते हैं टल नहीं सकते
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
हम से ये काम्पे कैसरो किसरा, दौड़ाए हमने दरिया में घोड़े
आय काफिरों तुम टक्कर न लेना, हम साडी दुनिया में फैले हुए हैं
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
वो दिन भी आये अल्लाह के घर में, हम भी उजागर महफ़िल सजाएं
जा-इ-विलादत से मशअल उठा कर, आमद की मक्के में धूमें मचाएं
बच्चे बड़े ये कहने लगे
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
में तो मिलादी हूँ में तो मिलादी हूँ
हथियार जिनके हाथों में होंगे, उनको महोब्बत का पैगाम दूंगा
में इन्किलाबी जज़्बे से यारों, नातें नबी की पड़ता रहूँगा
मुझे नाते मुस्तफा से इन्क़िलाब लाना है
मुझे नाते मुस्तफा से इन्क़िलाब लाना है
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